राक्षस जब राजकुमारी को कैद कर लेता था तो मैं सिहर उठता था। हालांकि कहानी हम कई बार सुन चुके होते थे पता होता था कि राजकुमारी ऋषि की सेवा से हासिल मंत्र के सारे राक्षस की कैद से उसे छुड़ा ही लेगा। फिर भी तरह तरह के ख्याल आते थे। अब राजकुमारी को कितना कष्ट होगा राक्षस की कैद में उसे कितना बुरा लगेगा रात को अंधेरे में डर लगेगा तो किसके पास जाएगी?
सवाल उठता मन में कि आखिर यह राक्षस होते ही क्यों हैं? के किसी ऋषि के पास कोई ऐसा मंत्र नहीं होता जिससे दुनिया के सारे राक्षस एक साथ खत्म हो जाए? की जिज्ञासा का समाधान मुझसे तीन साल बड़ी दीदी ने किया ऋषि महर्षि ओ के पास तो पूरी दुनिया को जलाने की ताकत होती है पर अगर वे सारे राक्षसों को मार देंगे तो सोचो कहानी कैसे बनेगी?
राजकुमारी को कौन याद करेगा और फिर राजकुमार किसे छोड़ आएगा? बात जायज थी। ऋषि महर्षि इतने क्रूर तो हो ही नहीं सकते कि हम बच्चों से कहानी सुनने का मजा छीन ले। मगर राजकुमारी की तकलीफ रात को उसे लगने वाले डर मुझे चैन नहीं मिला फुलस्टॉप लगा के रिसीवर तक यह बात पहुंचा नहीं चाहिए कि आप राक्षसों को मार डाले हमारी चिंता ना करें।
पर ऋषि होता क्या बात पहुंचाए कौन? कहानी चुकी नानी सुनाती है तो जाहिर है वही पहुंचा सकती है। शो दूसरे बच्चों से छुपाकर एक शाम मैंने नानी से सिफारिश कर ही दी की कहानी न सुनने को मिले कोई बात नहीं लेकिन वह रिसीव से कहकर सारे राक्षसों को मरवा दे|
पता नहीं क्यों नानी को हंसी आ गई पर उसे रोकते हुए वह बोली राक्षसों को मारना ऋषि यों का काम थोड़े ही है। वे तो सिर्फ मदद करते हैं। राक्षसों से मुकाबला बेलो करते हैं जिनकी राजकुमारी को राक्षस उठा ले जाते हैं। तो तरीका भी उन्हें ही सोचना होगा। शायद नानी मेरा ध्यान उपाय खोजने पर लगाना चाहती थी वह लैपटॉप पर इस में सफल रही पर मैं पूरी तरह असफल रहा |
लगातार सोचते रहने पर भी कोई फल स्वरुप उपाय आज तक नहीं मिला। इस बीच राक्षस रूप बदलते गए पता ठिकाना बदलते रहे। उनमें से कई तो जंगल छोड़कर गांव शहरों में रहने लगे बिल्कुल हमारी आपकी तरह। हद तो यह है कि हम उनमें से बहुतों को अपना भी मानने लगे हैं। हमें लगता है मैं दूसरी राजकुमारियों के साथ चाहे जो करें हमारी राजकुमारियों को कुछ नहीं कहेंगे मुझे पता है हमारे भोलेपन पर राक्षस मन ही मन हंसते हैं लेकिन लाचार हूं। क्या करूं समझ नहीं आ रहा। बस नानी का यह सूत्र पकड़े बैठा हूं कि तरीका उन्हीं सोचना होगा जिन्हें राक्षसों से खतरा है